प्रधानमंत्री दो दिनों तक राज्यों के साथ चर्चा करेंगे
प्रधानमंत्री अपने सहयोगियों से इनपुट लेने के बाद 16-17 जून को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बातचीत करेंगे।
एक साथ 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों को समय देना संभव नहीं है, इसलिए उन्हें दो समूहों में विभाजित किया गया है।
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होने वाली बैठक में अपनी तैयारियों और आगे की रणनीति पर राज्यों के साथ बातचीत कर सकते हैं।
जिन 5 राज्यों की पहचान की गई है, उनके लिए एक अलग योजना तैयार की जाएगी। इस बैठक में उनके लिए एक अलग ब्रीफिंग आयोजित की जा सकती है।
कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए अगली रणनीति 96 घंटे के भीतर 36 बैठकों में होगी। शनिवार को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट के वरिष्ठ सहयोगियों से मिलना शुरू किया।
आज दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ गृह मंत्री अमित शाह की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी।
फिर 16 जून को पीएम मोदी 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे।
अगले दिन शेष 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इनपुट लिया जाएगा और सुझाव दिए जाएंगे।
96 घंटे के मंथन से दो महीने की रणनीति बन सकती है।
प्रधानमंत्री अपने सहयोगियों से इनपुट लेने के बाद 16-17 जून को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बातचीत करेंगे।
एक साथ 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों को समय देना संभव नहीं है, इसलिए उन्हें दो समूहों में विभाजित किया गया है।
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होने वाली बैठक में अपनी तैयारियों और आगे की रणनीति पर राज्यों के साथ बातचीत कर सकते हैं।
जिन 5 राज्यों की पहचान की गई है, उनके लिए एक अलग योजना तैयार की जाएगी। इस बैठक में उनके लिए एक अलग ब्रीफिंग आयोजित की जा सकती है।
कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए अगली रणनीति 96 घंटे के भीतर 36 बैठकों में होगी। शनिवार को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट के वरिष्ठ सहयोगियों से मिलना शुरू किया।
आज दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ गृह मंत्री अमित शाह की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी।
फिर 16 जून को पीएम मोदी 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे।
अगले दिन शेष 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इनपुट लिया जाएगा और सुझाव दिए जाएंगे।
96 घंटे के मंथन से दो महीने की रणनीति बन सकती है।
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