किल कोरोना अभियान फिर से चलाया जायेगा, एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में 3 से 4 दिन में अभियान प्रारम्भ करेंगे, कोरोना पॉजीटिव व्यक्ति के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर अधिक ध्यान देने के निर्देश

किल कोरोना अभियान फिर से चलाया जायेगा, एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में 3 से 4 दिन में अभियान प्रारम्भ करेंगे, कोरोना पॉजीटिव व्यक्ति के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर अधिक ध्यान देने के निर्देश

उज्जैन 18 जुलाई। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने जिले के सभी एसडीएम को निर्देश दिये हैं कि किल कोरोना अभियान का प्रथम चरण 15 जुलाई को पूर्ण हो गया है, किन्तु सर्वे टीमों को तीन से चार दिन का रेस्ट देकर पुन: सर्वेक्षण के कार्य में लगाया जाये। उन्होंने कहा है कि सर्वे टीम फिर से घर-घर जाकर सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज की पहचान करे, उनको फीवर क्लिनिक तक लाये तथा आवश्यकता होने पर संदिग्ध व्यक्ति का तुरन्त सेम्पल लेकर कोरोना की जांच करवाई जाये। कलेक्टर ने कहा है कि सर्वेक्षण एवं कोरोना नियंत्रण में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारी उज्जैन जिले को कोरोनामुक्त करने के लिये निरन्तर परिश्रम करें, तभी कोरोना पर जीत हासिल की जा सकेगी। कलेक्टर ने कहा कि विगत एक सप्ताह से लगातार कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो चिन्ता का विषय है।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री मनोज सिंह ने आज बृहस्पति भवन में किल कोरोना अभियान की समीक्षा की एवं दिशा-निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अंकित अस्थाना, नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमरेन्द्रसिंह, श्री रूपेश द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल, जिले के सभी एसडीएम, एसडीओ पुलिस व विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी मौजूद थे।

रेपिड रिस्पांस टीम के निरन्तर टच में रहें एसडीएम

कलेक्टर ने बैठक में सभी एसडीएम को निर्देशित किया है कि वे अपने यहां आवश्यकता अनुसार रेपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन करें, जिसका मुखिया या तो कोई चिकित्सक हो या कार्यपालिक मजिस्ट्रेट। टीम में एक-दो चिकित्साकर्मी एवं पुलिसकर्मी भी लगाये जायें। कलेक्टर ने कहा कि जैसे ही किसी व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आये, रेपिड रिस्पांस टीम को सक्रिय होकर पेशेंट को हॉस्पिटलाईज करने एवं उसके फर्स्ट कॉन्टेक्ट तथा कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के बाद चिन्हित किये गये 10 से 12 व्यक्तियों को होम क्वारेंटाईन कर देना चाहिये। कलेक्टर ने कहा है कि आईसीएमआर की गाईड लाइन के अनुसार सिम्टोमैटिक कॉन्टेक्ट की कोरोना जांच हेतु सेम्पल लिया जाना चाहिये। एसिम्टोमैटिक व्यक्तियों पर आगामी 10 दिनों तक नजर रखना चाहिये तथा रेपिड रिस्पांस टीम को एक-दो दिन के अन्तराल से उक्त स्थान का विजिट कर सम्बन्धित व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखना चाहिये। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का उद्देश्य वायरस संक्रमण की चेन को ब्रेक करना है।

इंसिडेंट कमांडर्स सर्वे टीम की निगरानी करेंगे

कलेक्टर ने बैठक में विभिन्न कंटेनमेंट क्षेत्र के लिये नियुक्त किये गये इंसिडेंट कमांडर्स को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सर्वे करने वाली टीम की निगरानी रखें। साथ ही फीवर क्लिनिक के संचालन का सतत पर्यवेक्षण करें। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि सेम्पल लेने में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाये। सेम्पल लेने के बाद जिस व्यक्ति का सेम्पल लिया जा रहा है उस व्यक्ति को होम क्वारेंटाईन में रखा जाये।

अन्तिम संस्कार एवं उठावने में 20 व्यक्ति से अधिक शामिल न हो, यह सुनिश्चित किया जाये

बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को कहा कि विगत सात दिनों में कोरोना पॉजीटिव केस में वृद्धि का कारण सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखना एवं मास्क नहीं पहनना है। शहरों एवं कस्बों में लोगों ने मास्क पहनना बन्द कर दिया था, इस कारण से अचानक कोरोना पॉजीटिव केस बढ़ गये हैं। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों की हिदायत दी कि वे मास्क नहीं पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने के मामले में जीरो टॉलरेंस का फार्मूला अपनायें। एक स्थान पर किसी भी स्थिति में भीड़ एकत्रित नहीं होने दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि अन्तिम संस्कार एवं उठावने में 20 व्यक्ति, विवाह समारोह में वर पक्ष की ओर से 10 और वधू पक्ष की ओर से 10 इस तरह कुल 20, पार्टी एवं पारिवारिक समारोह में 10 व्यक्ति से अधिक एकत्रित न हो यह सुनिश्चित किया जाये।

पुलिस अधिकारी कोरोना संक्रमण को रोकने की प्लानिंग को समझकर कार्य करें-पुलिस अधीक्षक श्री सिंह

बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री मनोज सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने का लाईन ऑफ एक्शन तय हो चुका है। किसी भी व्यक्ति को इसमें कंफ्यूजन नहीं रखना चाहिये। उन्होंने कहा कि स्पष्ट रूप से अन्तिम संस्कार, उठावना एवं वैवाहिक समारोह के लिये व्यक्तियों के एकत्रीकरण की संख्या सुनिश्चित कर दी गई है। निर्धारित संख्या से अधिक व्यक्ति एकत्रित होते हैं तो उनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुए स्पॉट फाइन अथवा प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिये। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी अपने काउंटर पार्ट मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय बनाते हुए प्रभावी कार्यवाही करें, जिससे कोरोना का संक्रमण रोकने में कामयाबी मिले।

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