चरक की पांचवीं मंजिल पर ओटी बनकर तैयार; 15 दिन बाद यहां हो सकेंगे आंखों के ऑपरेशन
माइक्रो बॉयलोजी डिपार्टमेंट की टीम निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी
अच्छी खबर है कि चरक अस्पताल की पांचवीं मंजिल पर ओटी (ऑपरेशन थिएटर) बनकर तैयार हो गया है। यहां 15 दिन बाद आंखों के ऑपरेशन हो सकेंगे। कई लोग हैं जो छह महीने से इस सुविधा का इंतजार कर रहे थे।
पहले माधवनगर अस्पताल में आई वार्ड था, जहां आंखों के रूटीन चैकअप के अलावा मोतियाबिंद के ऑपरेशन भी वहीं की ओटी में हुआ करते थे। हर महीने 200 लोग ऑपरेशन करवाते थे लेकिन कोरोना के चलते आई वार्ड को वहां से हटाना पड़ा क्योंकि माधवनगर अस्पताल को काेविड सेंटर के रूप में डेवलप किया गया। इधर ओटी के अभाव में रोगियों के ऑपरेशन नहीं हो पा रहे थे।
केवल ओपीडी में जांच की जा रही थी। ऐसे में विधायक पारस जैन ने इस मामले में कलेक्टर आशीष सिंह को अवगत करवाया था। इधर अंधत्व निवारण के नोडल अधिकारी डॉ. नीलेश चंदेल ने बताया चरक में आंखों के ऑपरेशन के लिए पांचवीं मंजिल पर जनरल ओटी बनकर तैयार हो चुकी है।
माइक्रो बॉयलोजी डिपार्टमेंट की टीम निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी: डॉ. चंदेल ने बताया कि एक-दो दिन में माइक्रो बॉयलोजी डिपार्टमेंट की टीम ओटी का निरीक्षण व जांच करेंगी। ये पता लगाएगी कि यहां किसी तरह का संक्रमण व अन्य परेशानी तो नहीं। ये प्रक्रिया तीन बार अपनाई जाएगी। रिपोर्ट ओके पर ही ऑपरेशन होने लगेंगे। इसके बाद उपकरणों को लगाया जाएगा। 15 दिन बाद यहां आंखों के ऑपरेशन होने लगेंगे।
माइक्रो बॉयलोजी डिपार्टमेंट की टीम निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी
अच्छी खबर है कि चरक अस्पताल की पांचवीं मंजिल पर ओटी (ऑपरेशन थिएटर) बनकर तैयार हो गया है। यहां 15 दिन बाद आंखों के ऑपरेशन हो सकेंगे। कई लोग हैं जो छह महीने से इस सुविधा का इंतजार कर रहे थे।
पहले माधवनगर अस्पताल में आई वार्ड था, जहां आंखों के रूटीन चैकअप के अलावा मोतियाबिंद के ऑपरेशन भी वहीं की ओटी में हुआ करते थे। हर महीने 200 लोग ऑपरेशन करवाते थे लेकिन कोरोना के चलते आई वार्ड को वहां से हटाना पड़ा क्योंकि माधवनगर अस्पताल को काेविड सेंटर के रूप में डेवलप किया गया। इधर ओटी के अभाव में रोगियों के ऑपरेशन नहीं हो पा रहे थे।
केवल ओपीडी में जांच की जा रही थी। ऐसे में विधायक पारस जैन ने इस मामले में कलेक्टर आशीष सिंह को अवगत करवाया था। इधर अंधत्व निवारण के नोडल अधिकारी डॉ. नीलेश चंदेल ने बताया चरक में आंखों के ऑपरेशन के लिए पांचवीं मंजिल पर जनरल ओटी बनकर तैयार हो चुकी है।
माइक्रो बॉयलोजी डिपार्टमेंट की टीम निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी: डॉ. चंदेल ने बताया कि एक-दो दिन में माइक्रो बॉयलोजी डिपार्टमेंट की टीम ओटी का निरीक्षण व जांच करेंगी। ये पता लगाएगी कि यहां किसी तरह का संक्रमण व अन्य परेशानी तो नहीं। ये प्रक्रिया तीन बार अपनाई जाएगी। रिपोर्ट ओके पर ही ऑपरेशन होने लगेंगे। इसके बाद उपकरणों को लगाया जाएगा। 15 दिन बाद यहां आंखों के ऑपरेशन होने लगेंगे।
Tags
Hindi News