आपसी तालमेल से केन्द्र पोषित योजना को सफल बनायें
कलेक्टर श्री सिंह ने कृषक उत्पादक संगठन निर्माण एवं संवर्धन योजना की समीक्षा की
उज्जैन 11 सितम्बर। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज बृस्पति भवन में कृषक उत्पादक संगठन निर्माण एवं संवर्धन योजना की समीक्षा कर सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि वे आपसी तालमेल से केन्द्र पोषित योजना को सफल बनाकर धरातल पर बेहतर क्रियान्वयन करें। कलेक्टर ने मैदानी क्षेत्रों में कार्य करने वाले किसान उत्पादक संगठनों के पदाधिकारियों से कहा कि वे योजना के अन्तर्गत किसानों को पर्याप्त बाजार और ऋण लिंकेज की सुविधा प्रदान करते हुए उन्हें आर्थिक रूप से निर्भर बनाने में मदद करें। शासन संगठनों को हरसंभव मदद करेगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कृषि विभाग के साथ-साथ पशु चिकित्सा, मत्स्य, सहकारिता, उद्यानिकी आदि विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे भी अपने-अपने स्तर पर जिले में किसान उत्पादक संगठनों को तैयार कर उन्हें अधिक से अधिक मदद करने का प्रयास किया जाये।
बैठक में बड़नगर विकास खण्ड के श्री जयसिंह आंजना, श्री राजेश धाकड़, खाचरौद विकास खण्ड के श्री गोवर्धनलाल धाकड़, श्री प्रहलादसिंह आंजना, घट्टिया विकास खण्ड के श्री जितेन्द्र कुमावत, श्री जीतू पटेल, तराना विकास खण्ड के श्री शिवचरण शर्मा, श्री नीतेश पाटीदार एवं श्री तंवरसिंह चौहान ने कृषक उत्पादक संगठन के निर्माण में किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी और बताया कि उनके द्वारा कृषकों की बैठकें लेकर योजना के बारे में जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर ने सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि वे कृषकों का संगठन तैयार कर उनका पंजीयन करायें। बैठक में नाबार्ड के अधिकारी ने केन्द्रपोषित योजना के बारे में जानकारी से अवगत कराया।
बैठक में कृषि विभाग के उप संचालक श्री सीएल केवड़ा ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से भारत सरकार ने किसान उत्पादक संगठनों के गठन और संवर्धन की योजना प्रारम्भ की है। योजना के तहत किसान उत्पादक संगठनों का जिले में गठन करने की कार्यवाही की जा रही है। जिले के प्रत्येक विकास खण्ड में एफपीओ बनाया जा रहा है। योजना के अन्तर्गत किसान उत्पादक संगठनों का पंजीयन सहकारिता अधिनियम के अन्तर्गत किया जायेगा। भारत सरकार द्वारा लघु कृषक कृषि व्यवसाय, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम एवं राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) कार्यान्वयन एजेन्सी नियुक्त की गई है। योजना के अन्तर्गत कृषक उत्पादक संगठनों को पर्याप्त बाजार और ऋण लिंकेज की सुविधा प्रदान करते हुए आर्थिक रूप से टिकाऊ कृषक उत्पादक संगठनों को विकसित करने के लिये पर्याप्त हैंड होल्डिंग और पेशेवर सहायता प्रदान करते हुए कृषक उत्पादक संगठनों का गठन किया जा रहा है। बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कृषक उत्पादक संगठन निर्माण एवं संवर्धन योजना की समीक्षा की
उज्जैन 11 सितम्बर। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज बृस्पति भवन में कृषक उत्पादक संगठन निर्माण एवं संवर्धन योजना की समीक्षा कर सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि वे आपसी तालमेल से केन्द्र पोषित योजना को सफल बनाकर धरातल पर बेहतर क्रियान्वयन करें। कलेक्टर ने मैदानी क्षेत्रों में कार्य करने वाले किसान उत्पादक संगठनों के पदाधिकारियों से कहा कि वे योजना के अन्तर्गत किसानों को पर्याप्त बाजार और ऋण लिंकेज की सुविधा प्रदान करते हुए उन्हें आर्थिक रूप से निर्भर बनाने में मदद करें। शासन संगठनों को हरसंभव मदद करेगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कृषि विभाग के साथ-साथ पशु चिकित्सा, मत्स्य, सहकारिता, उद्यानिकी आदि विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे भी अपने-अपने स्तर पर जिले में किसान उत्पादक संगठनों को तैयार कर उन्हें अधिक से अधिक मदद करने का प्रयास किया जाये।
बैठक में बड़नगर विकास खण्ड के श्री जयसिंह आंजना, श्री राजेश धाकड़, खाचरौद विकास खण्ड के श्री गोवर्धनलाल धाकड़, श्री प्रहलादसिंह आंजना, घट्टिया विकास खण्ड के श्री जितेन्द्र कुमावत, श्री जीतू पटेल, तराना विकास खण्ड के श्री शिवचरण शर्मा, श्री नीतेश पाटीदार एवं श्री तंवरसिंह चौहान ने कृषक उत्पादक संगठन के निर्माण में किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी और बताया कि उनके द्वारा कृषकों की बैठकें लेकर योजना के बारे में जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर ने सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि वे कृषकों का संगठन तैयार कर उनका पंजीयन करायें। बैठक में नाबार्ड के अधिकारी ने केन्द्रपोषित योजना के बारे में जानकारी से अवगत कराया।
बैठक में कृषि विभाग के उप संचालक श्री सीएल केवड़ा ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से भारत सरकार ने किसान उत्पादक संगठनों के गठन और संवर्धन की योजना प्रारम्भ की है। योजना के तहत किसान उत्पादक संगठनों का जिले में गठन करने की कार्यवाही की जा रही है। जिले के प्रत्येक विकास खण्ड में एफपीओ बनाया जा रहा है। योजना के अन्तर्गत किसान उत्पादक संगठनों का पंजीयन सहकारिता अधिनियम के अन्तर्गत किया जायेगा। भारत सरकार द्वारा लघु कृषक कृषि व्यवसाय, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम एवं राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) कार्यान्वयन एजेन्सी नियुक्त की गई है। योजना के अन्तर्गत कृषक उत्पादक संगठनों को पर्याप्त बाजार और ऋण लिंकेज की सुविधा प्रदान करते हुए आर्थिक रूप से टिकाऊ कृषक उत्पादक संगठनों को विकसित करने के लिये पर्याप्त हैंड होल्डिंग और पेशेवर सहायता प्रदान करते हुए कृषक उत्पादक संगठनों का गठन किया जा रहा है। बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।
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