meta name="facebook-domain-verification" content="2u20w3a5eu94ehyno1esmjlvzzz165" /> ज्ञानसागर पहुंचे पालक बोले - आर्थिक रूप से त्रस्त हैं, ऐसे में तो ट्यूशन फीस में छूट दे स्कूल

ज्ञानसागर पहुंचे पालक बोले - आर्थिक रूप से त्रस्त हैं, ऐसे में तो ट्यूशन फीस में छूट दे स्कूल

 ज्ञानसागर पहुंचे पालक बोले - आर्थिक रूप से त्रस्त हैं, ऐसे में तो ट्यूशन फीस में छूट दे स्कूल




ज्ञानसागर स्कूल की प्रिसिपल से से चर्चा करते बच्चों के अिभभावक।

स्कूल प्रबंधन ने कहा- इतनी ट्यूशन फीस तय हो, जिसमें शिक्षकों का वेतन और मेंटेनेंस चलता रहे

पालकों द्वारा चलाई जा रही नो स्कूल, लो (न्यूनतम) फीस मुहिम के अंतर्गत बुधवार दोपहर पालकों ने चिंतामन रोड स्थित ज्ञानसागर गर्ल्स एकेडमी पहुंचे। पालकों ने प्रिंसिपल से कहा वर्तमान हालात के कारण हम पहले से ही आर्थिक रूप से त्रस्त हैं। कम से कम ऐसे समय में तो ट्यूशन फीस में स्कूल द्वारा छूट दी जाए।

दोपहर को ज्ञानसागर गर्ल्स एकेडमी और देवास रोड स्थित ज्ञानसागर एकेडमी के पालक एकत्रित होकर ज्ञानसागर गर्ल्स एकेडमी पहुंचे। पालक स्कूल प्रबंधन के पदाधिकारियों से चर्चा करना चाहते थे लेकिन मौके पर केवल ज्ञानसागर गर्ल्स एकेडमी की प्रिंसिपल ही मिलीं। उन्होंने सोशल डिस्टेंस के आधार पर पालकों के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठकर चर्चा की। पालकों ने प्रिंसिपल से कहा स्कूल द्वारा जो ट्यूशन फीस की मांग की जा रही है, वर्तमान हालात में हम उसे जमा कर पाने में असक्षम हैं।

पालकों ने मांग रखी कि स्कूल ऐसी नाममात्र फीस लेने के लिए आदेश निकाले, जिससे स्कूल के स्टाफ का वेतन दिया जा सके व अति आवश्यक मेंटेनेंस खर्च वहन हो सके। कुछ स्कूलों ने फीस में छूट देकर पालकों को राहत भी दी है। प्रिंसिपल ने आश्वासन दिया कि शनिवार तक पालकाें की मैनेजमेंट से मीटिंग करवा दी जाएगी, जिसमें स्कूल ट्यूशन फीस को लेकर जो मांग रखी है, उससे मैनेजमेंट को अवगत करा दिया जाएगा। इसके बाद जो निर्णय होगा, उसके बारे में पालकों को अवगत करवा दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री से भी मिले थे अभिभावक
इसके पहले भी पालकों द्वारा स्कूलों में ट्यूशन फीस को लेकर बनाए जा रहे दबाव के विरोध में प्रदर्शन किया जा चुके हैं। कुछ दिन पहले शहर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से ट्यूशन फीस से राहत दिलवाने के लिए गुहार लगाई थी। देवास रोड पर हंगामा किया था, जिसके कारण मुख्यमंत्री के कारकेट का रास्ता तक बदलना पड़ा था। हालांकि इसके बाद भी राज्य सरकार की ओर से निर्णय नहीं लिया गया।

Post a Comment

Previous Post Next Post