पुलिस विभाग में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस संक्रमण
जान जोखिम में डालकर काम कर रहे अधिकारी और जवान, भय भी बना रहता है
उज्जैन। लॉकडाउन खत्म होने के साथ ही शहर में कोरोना संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है, आमजनों को सुरक्षित रहने की हिदायतें तो दी जा रही हैं, लेकिन पुलिस विभाग में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्वयं एसपी अभी उपचाररत हैं तो कई थानों के पुलिस अधिकारी और जवान भी कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं।
माधव नगर थाने के तीन एसआई, चिमनगंज थाना प्रभारी, महाकाल और नीलगंगा थाने के भी कुछ पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। खास बात यह कि स्वयं एसपी कोरोना का इंदौर में उपचार करवा रहे हैं। पुलिस की मुसीबत यह है कि आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद बदमाशों की गिरफ्तारी के दौरान उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती कि आरोपी कोरोना पाजिटिव है या नहीं, लेकिन आरोपी को गिरफ्तार करना उनकी ड्यूटी में शामिल होता है। ऐसे में पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। पिछले दिनों नीलगंगा थाने में 420 के आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसे जेल पहुंचाने के पहले कोरोना टेस्ट कराया तो वह पाजिटिव निकला। अब पूरा थाना सकते में आ गया है। जिन थानों में पुलिसकर्मी पाजिटिव निकल रहे हैं उन थानों को सेनेटराइज कराने में भी लापरवाही बरती जा रही है।
अभियान के लिये ट्रक अधिकृत
जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से शहर में बगैर मास्क के घूमने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत बिना मास्क के बाजार में घूमने वालों को गिरफ्तार कर माधव नगर जेल पहुंचाया जा रहा है। पूरे शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में एक साथ चल रही कार्रवाई में गिरफ्तार होने वाले लोगों को अस्थायी जेल माधव नगर तक पहुंचाने के लिये वाहनों की कमी हो गई तो पुलिस ने ट्रकों को अधिकृत कर लिया है। अब बिना मास्क पकड़ाने वालों को ट्रकों में भरकर जेल पहुंचाया जायेगा।
जान जोखिम में डालकर काम कर रहे अधिकारी और जवान, भय भी बना रहता है
उज्जैन। लॉकडाउन खत्म होने के साथ ही शहर में कोरोना संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है, आमजनों को सुरक्षित रहने की हिदायतें तो दी जा रही हैं, लेकिन पुलिस विभाग में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्वयं एसपी अभी उपचाररत हैं तो कई थानों के पुलिस अधिकारी और जवान भी कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं।
माधव नगर थाने के तीन एसआई, चिमनगंज थाना प्रभारी, महाकाल और नीलगंगा थाने के भी कुछ पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। खास बात यह कि स्वयं एसपी कोरोना का इंदौर में उपचार करवा रहे हैं। पुलिस की मुसीबत यह है कि आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद बदमाशों की गिरफ्तारी के दौरान उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती कि आरोपी कोरोना पाजिटिव है या नहीं, लेकिन आरोपी को गिरफ्तार करना उनकी ड्यूटी में शामिल होता है। ऐसे में पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। पिछले दिनों नीलगंगा थाने में 420 के आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसे जेल पहुंचाने के पहले कोरोना टेस्ट कराया तो वह पाजिटिव निकला। अब पूरा थाना सकते में आ गया है। जिन थानों में पुलिसकर्मी पाजिटिव निकल रहे हैं उन थानों को सेनेटराइज कराने में भी लापरवाही बरती जा रही है।
अभियान के लिये ट्रक अधिकृत
जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से शहर में बगैर मास्क के घूमने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत बिना मास्क के बाजार में घूमने वालों को गिरफ्तार कर माधव नगर जेल पहुंचाया जा रहा है। पूरे शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में एक साथ चल रही कार्रवाई में गिरफ्तार होने वाले लोगों को अस्थायी जेल माधव नगर तक पहुंचाने के लिये वाहनों की कमी हो गई तो पुलिस ने ट्रकों को अधिकृत कर लिया है। अब बिना मास्क पकड़ाने वालों को ट्रकों में भरकर जेल पहुंचाया जायेगा।
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