मौत के बाद भी आते रहे सूदखोरों के फोन

मौत के बाद भी आते रहे सूदखोरों के फोन

 





उज्जैन।अभिषेक नगर में रहने वाला फोटोग्राफर सूदखोरों से प्रताडि़त होकर धरमबड़ला स्थित उस जगह पहुंचा जहां वर्षों पहले उसके पिता की दुर्घटना में मृत्यु हुई थी। यहीं पर उसने सल्फास खाया और दोस्त को फोन पर कहा अलविदा दोस्त, मैंने जहर खा लिया है, जबकि फोटोग्राफर की मृत्यु हो जाने के बाद भी सूदखोरों के फोन वसूली के लिये उसके मोबाइल पर आते रहे। पुलिस ने शव का पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंपा और मृत्यु पूर्व लिखे गये सुसाइड नोट की जांच शुरू की है।


चिंतामण पुलिस ने अस्पताल से सूचना मिलने के बाद जांच शुरू की। टीआई महेन्द्र मकाश्रे ने बताया कि धरमबड़ला क्षेत्र में जिस जगह नीलेश ने जहर खाया था वहां उसकी एक्टिवा खड़ी थी। मौके पर एक सल्फास का फटा पाउच मिला। एक्टिवा की डिक्की में 4 पेज का सुसाइड नोट, जहर का पाउच मिला है। नीलेश की शार्ट पीएम रिपोर्ट, सुसाइड नोट की जांच, परिजनों के बयानों के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।

नेताओं सहित पांच लोगों के नाम लिखे सुसाइड नोट में नीलेश के परिजनों ने बताया कि मृत्यु पूर्व लिखे गये सुसाइड नोट में भाजपा दौलतगंज मंडल अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान, रणदीप मक्कड़ निवासी नानाखेड़ा, अतुल गेहलोत निवासी रामी नगर, समीर, कमल के नाम हैं। इसी सुसाइड नोट में एक पर्ची उक्त लोगों के नाम की लिखी मिली है जिसमें कुल 3 लाख 83 हजार रुपयों का हिसाब लिखा है। बताया जाता है कि अतुल गेहलोत डेली कलेक्शन का काम करता है, समीर होमक्रेडिट फायनेंस कंपनी का कर्मचारी है।

सुबह भी आये थे धमकाने लोग
नीलेश ने होमक्रेडिट फायनेंस से भी कर्जा लिया था। परिजनों ने बताया कि कंपनी के कर्मचारी गुरूवार सुबह नीलेश के घर पहुंचे और उसकी पत्नी नेहा को रुपयों के लिये धमकाकर गये थे।
लॉकडाउन के तीन माह पहले खोला था स्टूडियो

लॉकडाउन के पहले उसने कर्जा लेकर नया टी स्टूडियो खोला था। धंधा ठीक से चलता उसके तीन माह बाद ही लॉकडाउन घोषित हो गया। जिन लोगों से उसने कर्जा लिया वह लॉकडाउन में भी ब्याज के रुपयों की मांग करने घर आने लगे। नीलेश शेल्के ने लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने के बावजूद लोगों के रुपये चुकाये थे। अनलॉक में भी कामकाज ठप्प रहा, लेकिन सूदखोर सुबह शाम घर पहुंचकर धमकाते और रुपयों की मांग करते जिस कारण नीलेश को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा।


नीलेश शेल्के पिता पदमाकर राव शेल्के 35 वर्ष निवासी अभिषेक नगर फोटोग्राफर था। उसके पिता भी फ्रीगंज में स्टूडियो संचालित करते थे। परिवार में पत्नी नेहा और 11 वर्ष का पुत्र है। नीलेश ने गुरूवार दोपहर में अपने दोस्त गोविंद सोनी उर्फ गोलू को फोन पर कहा कि अलविदा दोस्त मैंने जहर खा लिया है। गोलू यह सुनकर सकते में आ गया और वह तुरंत नीलेश के घर पहुंचा व फोन की जानकारी दी। परिजन उसे तलाशते हुए धरमबड़ला पहुंचे जहां से उसे लेकर तुरंत जिला चिकित्सालय आये। डॉक्टर ने जांच के बाद नीलेश को मृत घोषित कर दिया।

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