कोरोना का कहर…थाने के बाहर मैदान में पुलिस सुनेगी शिकायत
उज्जैन। कोरोना संक्रमण की चपेट में पुलिसकर्मी आते जा रहे हैं, अब पुलिसकर्मियों में इसका खौफ इतना बढ़ गया है कि थाने में शिकायत करने वालों को प्रवेश न देने का निर्णय लिया गया। थाना परिसर में टेंट लगाकर सूचना भी चस्पा कर दी गई है। नीलगंगा थाने के प्रभारी यशवंत पाल की लॉकडाउन के दौरान ही कोरोना की चपेट में आने के बाद मृत्यु हो गई। इसके बाद अब तक थाने के 3-4 पुलिसकर्मी व अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आ गये।
एक पुलिस अधिकारी की पत्नी का कोरोना संक्रमण से निधन भी हो गया। अब थाने के पुलिसकर्मियों में कोरोना का इतना खौफ व्याप्त हो गया है कि थाने के प्रवेश द्वार पर स्टापर लगाये गये हैं और परिसर में टेंट लगाकर यहां लोगों की शिकायत सुनने की व्यवस्था की गई है। थाना परिसर में इस आशय की सूचना भी चस्पा कर दी गई है और मेन चैनल गेट को बंद कर दिया गया है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि थाने पर 24 घंटे लोगों का आनाजाना लगा रहता है कौन संक्रमित है और कौन नहीं इसकी जानकारी नहीं होती और खतरा बना रहता है।
उज्जैन। कोरोना संक्रमण की चपेट में पुलिसकर्मी आते जा रहे हैं, अब पुलिसकर्मियों में इसका खौफ इतना बढ़ गया है कि थाने में शिकायत करने वालों को प्रवेश न देने का निर्णय लिया गया। थाना परिसर में टेंट लगाकर सूचना भी चस्पा कर दी गई है। नीलगंगा थाने के प्रभारी यशवंत पाल की लॉकडाउन के दौरान ही कोरोना की चपेट में आने के बाद मृत्यु हो गई। इसके बाद अब तक थाने के 3-4 पुलिसकर्मी व अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आ गये।
एक पुलिस अधिकारी की पत्नी का कोरोना संक्रमण से निधन भी हो गया। अब थाने के पुलिसकर्मियों में कोरोना का इतना खौफ व्याप्त हो गया है कि थाने के प्रवेश द्वार पर स्टापर लगाये गये हैं और परिसर में टेंट लगाकर यहां लोगों की शिकायत सुनने की व्यवस्था की गई है। थाना परिसर में इस आशय की सूचना भी चस्पा कर दी गई है और मेन चैनल गेट को बंद कर दिया गया है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि थाने पर 24 घंटे लोगों का आनाजाना लगा रहता है कौन संक्रमित है और कौन नहीं इसकी जानकारी नहीं होती और खतरा बना रहता है।