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“जरूरी नहीं रौशनी चिरागों से हो, बेटियां भी घरों में उजाला करती हैं” बालिकाएं स्वयं के अन्दर मौजूद शक्ति को पहचाने -संभागायुक्त, संभागायुक्त ने दो दिवसीय ‘बालिका महोत्सव’ का शुभारम्भ किया


 


 उज्जैन 10 अक्टूबर। शनिवार को विक्रम कीर्ति मन्दिर के ऑडिटोरियम में संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा द्वारा उज्जैन जिले में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अन्तर्गत दो दिवसीय ‘बालिका महोत्सव’ का शुभारम्भ किया गया। उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय बालिका महोत्सव का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसमें सम्पूर्ण जिले में पंचायत स्तर पर किशोरी बालिकाओं का हीमोग्लोबिन परीक्षण और व्यक्तिगत स्वच्छता हेतु परामर्श शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है। शनिवार को उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा सम्मिलित हुए।

 उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया। इसके पश्चात डॉ.सिंधु पांडीवाल एवं ग्रुप द्वारा श्री गणेश वन्दना, सरस्वती वन्दना और स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के श्री गौतम अधिकारी, श्री साबिर अहमद सिद्धिकी और विभाग के अन्य अधिकारीगण, स्टाफ तथा गणमान्य नागरिक और बालिकाएं मौजूद थीं।

 संभागायुक्त ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बालिकाएं स्वयं के अन्दर मौजूद शक्ति को पहचाने और उसका उपयोग करे। दो दिवसीय बालिका महोत्सव में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। यह अत्यन्त हर्ष की बात है कि उज्जैन के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बालिका महोत्सव का आयोजन और बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। संभागायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग को महोत्सव के सफल आयोजन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आजकल के समय में बालिकाएं किसी भी क्षेत्र में बालकों से कम नहीं हैं, लेकिन फिर भी समाज में हमें और अधिक जागरूकता इस दिशा में लाने की जरूरत है। परिवार में बालकों को भी यह संस्कार दिये जाने चाहिये कि वे जीवन के हर कदम पर महिलाओं और बालिकाओं का सम्मान करें तथा बालक और बालिका में कोई अन्तर न करे।

 कार्यक्रम का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग की डॉ.मंजुला तिवारी ने किया। इसके पश्चात डॉ.सिंधु पांडीवाल और ग्रुप द्वारा देवस्तुति वन्दना की गई। डॉ.अंजना चौहान एवं ग्रुप द्वारा बालिका महोत्सव से सम्बन्धित कथक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किशोरी बालिकाओं का हीमोग्लोबिन परीक्षण और व्यक्तिगत स्वच्छता हेतु अपनाई जाने वाली सावधानियों की जानकारी बालिकाओं को प्रदाय की गई।

 द्वितीय सत्र में मोटीवेशनल लेक्चर भी आयोजित किये गये। इसमें विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय द्वारा 21वी सदी एवं रोजगार की नई संभावनाएं, श्रीमती मीरा जैन द्वारा पितृ सत्तात्मक समाज की सोच और हमारी बिटिया, श्रीमती अंजना शुक्ला द्वारा जेंडर डिस्क्रिमिनेशन व समाज में उसका प्रभाव और प्रशान्ति महाविद्यालय की डॉ.ज्योति मौवाल द्वारा साहित्य में स्त्री पर व्याख्यान दिये गये। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन श्री गौतम अधिकारी द्वारा किया गया।

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