घट्टिया विधायक और पूर्व सांसद भी महाकाल मंदिर में 101 रुपए लेने के निर्णय से असहमत
धर्मजागरण के प्रांत योजना प्रमुख बोले- रसीद काटना मुगल मानसिकता का प्रतीक
उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर अब मनमानी का केंद्र बन गया है। धर्म से जुड़े निर्णय अधिकारी लेने लग गए हैं। मंदिर में सदियों से नि:शुल्क दर्शन की व्यवस्था है। श्रद्धालुओं से कोरोना के नाम पर 101 रुपए की टिकट काटकर दर्शन करवाना मुगल मानसिकता का प्रतीक है। प्रशासक यह कहते हैं कि कोरोना के कारण टिकट काट रहे हैं, तो जिनकी टिकट कटती है, उनकी व्यवस्था तात्कालिक कैसे हो जाती है? यह बात धर्म जागरण के प्रांत योजना प्रमुख कुलदीपक जोशी ने अक्षरविश्व से चर्चा में कही। विश्व हिंदू महासभा के प्रवक्ता कृष्णा मालवीय ने कहा भक्तों को रुपए लेकर दर्शन से दूर किया जा रहा है। हम कोरोना के नाम पर इस प्रकार का टैक्स वसूलने का विरोध करते हैं। प्रशासन को चाहिए कि इस बारे में उचित निर्णय ले और यह सशुल्क दर्शन व्यवस्था समाप्त करे।
कोरोना के चलते यह व्यवस्था लागू रखना जरूरी- कलेक्टर
मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा यदि 101 रुपया की रसीद से दर्शन की व्यवस्था खत्म करते हैं तो बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। यदि प्रीबुकिंग की व्यवस्था को समाप्त किया जाता है तो ज़्यादातर श्रध्दालु सुबह और शाम को ही आने का प्रयास करेंगे, जिससे 2-4 घंटों के लिए मंदिर में अत्यंत भीड़ रहेगी और शेष समय मंदिर लगभग खाली रहेगा, जो कहीं न कहीं कोरोना के संक्रमण को बढ़ाएगा।
आपके अखबार के माध्यम से मुझे इस निर्णय की जानकारी मिली है। इसका मैं पुरजोर विरोध करता हूं। पुरानी परंपरा के अनुरूप आम दर्शनार्थियों को लाइन में लगकर दर्शन की व्यवस्था करना चाहिए। दर्शन के नाम पर पैसे लेना गलत है। आज भी देश की बहुत बड़ी आबादी के पास ना इंटरनेट सुविधा है और न दर्शन के लिए देने के 101 रुपए।-रामलाल मालवीय, विधायक
जितने भी हिन्दू धर्मस्थल है उनका संचालन हिन्दू समाज द्वारा होना चाहिए। अभी व्यवस्था सरकार के हाथ में है तो इस प्रकार के टैक्स नहीं लगाना चाहिए। मैं इसके खिलाफ हूं। इससे हमारी सनातन संस्कृति को ठेस पहुचंती है। शिरोमणि गुरुद्वारा कमिटी की तरह एक इलेक्टेड बॉडी ही प्रदेश में मंदिरों का संचालन करें, जिससे की ऐसे गलत निर्णय ना लिए जाए।– डॉ. चिंतामन मालवीय, पूर्व सांसद
101 रु. शुल्क वसूलने का निर्णय वापस नहीं तो सड़क पर बैठकर कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे ओम नम: शिवाय का जाप
महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा दर्शनार्थियों से 10१ रुपए का शुल्क लेने के विरोध में शहर कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय के नेतृत्व में महाकाल भक्तों ने सहायक प्रशासक आरपी तिवारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी कि यदि महाकाल मंदिर समिति द्वारा 3 से 4 दिन में 10१ रुपए वसूलने का निर्णय वापस नहीं लिया गया तो महाकाल मंदिर के सामने भक्त धरना प्रदर्शन कर ओम नम: शिवाय का जाप करेंगे। इस अवसर पर शयन आरती भक्त मंडल के अध्यक्ष महेंद्र कटियार एवं सभी सदस्य उपस्थित थे।