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 उज्जैन में कोरोना से निपटने में मीडिया की भूमिका सराहनीय- कमिश्नर आनंद शर्मा, जिला प्रशासन एवं नगर निगम के साथ कोरोना महामारी से लड़ने में पत्रकारों ने भी दिया सहयोग- निगम कमिश्नर सिंघल, सिटी प्रेस क्लब का परिसंवाद कार्यक्रम संपन्न



उज्जैन। कोरोना महामारी से भयभीत होने की जरूरत नहीं है, बल्कि सावधानी रखकर स्वयं को बचाया जा सकता है। उज्जैन का मीडिया जगत और प्रिंट मीडिया कोरोना महामारी से लड़ने में जिला प्रशासन का प्रमुख सहयोगी बना है, मैं आज भी सुबह समाचार पत्रों को पढ़कर संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देता हूं। 


संभागायुक्त आनंदकुमार शर्मा ने सिटी प्रेस क्लब के परिसंवाद कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उक्त बात कही। कोरोना महामारी से लड़ने में मीडिया की भूमिका विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि उज्जैन से मेरा विशेष लगाव है और यहां की मीडिया तथा पत्रकार साथियों के बीच जब मैं आता हूं तो मुझे परिवार सा लगता है। आपने कहा आज भी प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता सबसे अधिक है और कोरोना महामारी से लड़ने में उज्जैन के पत्रकारों ने पूरा सहयोग दिया। आपने आम नागरिकों से आव्हान किया कि वे इस महामारी से डरे नहीं बल्कि सावधानी रखें। आपने इस संदर्भ में कहा कि मैं हमेशा मास्क पहनता हूं और इसी के कारण दो बार मैं संक्रमित होने से बचा हूं। आपने कहा कि महाकाल की शाही सवारी में पुलिस अधीक्षक कोरोना पॉजीटिव हो गए थे व हम सब लोग साथ थे, इसी प्रकार मंदसौर दौरे पर जाते समय लौटने पर हमारे ड्रायवर को कोरोना हो गया लेकिन हमेशा मास्क पहनने के कारण मैं संक्रमित नहीं हुआ। 


इस अवसर पर नगर निगम कमिश्नर क्षितिज सिंघल ने कहा कि उज्जैन में मुझे कम समय हुआ है लेकिन प्रेस के प्रति मेरा अनुभव बहुत ही सकारात्मक है। पत्रकारों के फोन मुझे आते हैं लेकिन उनके द्वारा मुझे न केवल समस्याएं बताई जाती है बल्कि जहां कहीं सुधार की आवश्यकता हो उसके सुझाव भी दिये जाते हैं। आपने कहा कि कोरोना से लड़ने में मीडिया की भूमिका उज्जैन में सकारात्मक रही है और नगर निगम का कार्य बड़ा है तथा ऐसा सहयोग हमेशा मिलेगा ऐसी मैं अपेक्षा करता हूं। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्रसिंह अकेला ने कहा कि पत्रकार पूरी तरह से इस महामारी से निपटने में प्रशासन का सहयोग करे और आम लोग मददगार बनें। वरिष्ठ पत्रकार निरूक्त भार्गव ने कहा कि उज्जैन में पदस्थ सभी अधिकारी न केवल मीडिया को विश्वास में लेकर काम कर रहे हैं बल्कि परिणाम निकालने वाले निर्णय ले रहे हैं। डॉ. सचिन गोयल ने कहा कि उज्जैन की प्रेस जागरूक है और कलेक्टर तथा अन्य अधिकारी संवेदनशीलता के साथ काम कर रहे हैं। पत्रकार विवेक चौरसिया ने संबोधित करते हुए रामधारीसिंह दिनकर की पंक्तियां सुनाते हुए कहा कि ये भयभीत होने का नहीं बल्कि मुकाबला करने का समय है। 


इस अवसर पर अध्यक्ष संदीप मेहता ने स्वागत भाषण दिया तथा आभार सचिव राजेश कुल्मी ने माना। वरिष्ठ पत्रकार रमेश दास ने कोरोना योध्दा के रूप में मध्यप्रदेश शासन से पत्रकारों को भी 50 लाख मुआवजे की श्रेणी में लेने की मांग की। सामाजिक पत्रिका निकालने वाले वरिष्ठ पत्रकार गजानंद रामी एवं मनोहरलाल कुमावत को भी सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना महामारी पर फोटो प्रदर्शनी लगाई गई थी जिसमें उज्जैन के प्रेस फोटोग्राफर की प्रविष्टियों को पुरस्कृत किया गया था नोमीष दुबे एवं अशोक मालवीय को भी सम्मानित किया गया। प्रतिकात्मक रूप से पत्रकारों को प्रेस कार्ड का वितरण किया गया। 


इस अवसर पर पत्रकारों ने मांग रखी की कोरोना के इलाज में जो 40 हजार एवं साढ़े 5 हजार के इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं कई जगह बिना जरूरत के भी उन्हें प्रायवेट अस्पतालों द्वारा लगवाया जा रहा है जिस पर रोक लगनी चाहिये। तथा उज्जैन में पशुओं की समस्या से मुक्त करने के लिए एक योजना बनाई जाना चाहिये तथा पशु पालकों को और उनके बाड़ों को शहर से पांच किलोमीटर दूर स्थान दिया जाना चाहिये। यदि शहर में रहेंगे तो कभी भी आवारा पशुओं की समस्या से निजात नहीं मिलेगी। संचालन मुख्य संगठक शैलेन्द्र कुल्मी ने किया।

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