दिव्यांगजनों के प्रति मन में अच्छी भावना रखते हुए उनकी हरसंभव मदद कर सम्मान दिया जाना चाहिये, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव मनोविकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय में दीक्षा-आरम्भ समारोह में शामिल हुए
उज्जैन 08 अक्टूबर। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव आज प्रात: जवाहर नगर स्थित मनो विकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय में आयोजित दीक्षा-आरम्भ समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि दिव्यांगजनों के प्रति मन में अच्छी भावना रखते हुए उनकी हरसंभव मदद कर उनका सम्मान किया जाना चाहिये। संस्थान में दिव्यांगजनों को शिक्षा देने का जो कार्य किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। दिव्यांगों की मदद करना पुण्य का काम है। डॉ.यादव ने कहा कि महाविद्यालयों में दिव्यांगजनों के रिक्त पदों को भरने का काम भी किया जायेगा। उज्जैन में दिव्यांगजनों की मदद एवं अच्छी तामील देने के लिये मनोविकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय श्रेष्ठ कार्य कर रहा है। उज्जैन की कीर्ति सदैव बढ़े, यही ईश्वर से कामना करते हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि उज्जयिनी को अलग-अलग कारणों से जाना जाता है। उज्जैन की अलग पहचान है। उज्जयिनी प्राचीनकाल से शिक्षा की स्थली रही है, जहां पर भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भाई बलराम ने गुरू सान्दीपनि आश्रम में विद्याध्ययन किया है। उज्जयिनी को अमरावती के नाम से भी जाना जाता है।
मनोविकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय के संरक्षक बिशप डॉ.सेबेस्टियन वड़क्कल ने मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए संस्थान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि पूरे देश में यह मनोविकास विशेष शिक्षा महाविद्यालय दूसरा एवं विक्रम विश्वविद्यालय के अन्तर्गत पहला महाविद्यालय है, जहां पर दिव्यांगजनों को विद्याध्ययन एवं प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में इंसान काम करे, उसे सेवा के रूप में ही कार्य किया जाना चाहिये, ताकि ईश्वर सदैव साथ रहे। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक फादर टॉम जॉर्ज ने शाब्दिक स्वागत एवं उपर्ण भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि नई टेक्नालॉजी के माध्यम से दूर रहने वाले दिव्यांग छात्र-छात्राओं को कोरोना महामारी के चलते हुए ऑनलाइन दीक्षा-आरम्भ समारोह का आयोजन किया गया है। समाज में शिक्षा का होना अत्यन्त आवश्यक है। संस्थान के शैक्षणिक निदेशक श्रीमती डॉ.प्रेम छाबड़ा ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों ने दीपदीपन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके पहले बीएड द्वितीय वर्ष के छात्रों के द्वारा सांकेतिक भाषा में प्रार्थना गीत प्रस्तुत किया गया। कोविड-19 वैश्विक महामारी हेतु संस्थान के द्वारा डेढ़ दिनों की मासिक आय में से राशि का कटौत्रा कर 25 हजार रुपये का चैक मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने हेतु मुख्य अतिथि एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव को सौंपा गया। कार्यक्रम का संचालन श्री गोविन्द ने किया और अन्त में आभार मप्र विकलांग सहायता समिति के निदेशक फादर जीजो जॉर्ज ने प्रकट किया। कार्यक्रम में श्री आदित्य वशिष्ठ एवं संस्थान के शिक्षक, शिक्षिकाएं, छात्र उपस्थित थे।