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गिनती की दुकानों पर मिल रहे क्वालिटी वाले ग्रीन पटाखे
 


अन्य पटाखों के दाम पिछले वर्ष से 25 प्रतिशत अधिक, अभी कम खरीदार पहुंचे




उज्जैन। दीपावली पर्व बिना आतिशबाजी के अधूरा माना जाता है। पटाखे चलाने का उत्साह बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी में होता है और प्रतिवर्ष करोड़ों के पटाखों का व्यापार भी शहर में होता है। इस वर्ष शहर में लगी पटाखों की दुकानों में बिकने वाले पटाखों के रेट पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत तक बढ़ गये हैं, जबकि क्वालिटी वाले ग्रीन पटाखे वर्तमान में गिनती की दुकानों पर ही मिल रहे हैं।

शहर के कार्तिक मेला ग्राउण्ड, सामाजिक न्याय परिसर, नानाखेड़ा आदि क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा पटाखों की दुकानें लगवाई गई हैं। यहां व्यापारियों को ग्राहकों का इंतजार है। इस वर्ष प्रशासन द्वारा रात 8 से 10 बजे तक पटाखे चलाने की छूट दी गई है साथ ही ग्रीन पटाखों का उपयोग करने के निर्देश हैं। व्यापारियों ने बताया कि वर्तमान में दुकानों पर बिकने वाले पटाखे कम प्रदूषण फैलाने वाले ग्रीन पटाखों की तकनीक से ही बनाये गये हैं, लेकिन अच्छी क्वालिटी के ग्रीन पटाखों की कीमत सामान्य पटाखों से कुछ अधिक है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पटाखों के रेट 25 प्रतिशत तक अधिक हैं।

जो अनार का पैकेट पिछले वर्ष 100 रुपये का था उसका रेट इस वर्ष 125 से 130 रुपये के बीच हो गया है यही स्थिति अन्य पटाखों की भी है, जबकि ग्रीन पटाखों में 5 चकरियों का पैकेट 130 रुपये, एक हजार साउंड के बम का पैकेट 100 रुपये कीमत में उपलब्ध है। कार्तिक मेला ग्राउण्ड में महाकाल पटाखा सेंटर के संचालक सुखविंदर सिंह खनूजा ने बताया कि प्रदूषण के मान से शासन द्वारा निर्देश जारी करने के बाद फैक्ट्रियों में प्रदूषण रहित पटाखों का ही निर्माण हो रहा है, लेकिन क्वालिटी के मान से पटाखों के रेट कम ज्यादा हो सकते हैं।

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