इंदौर में रविवार को चोरी हुए एक नवजात बच्चे के मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, आज सुबह एमवाय अस्पताल के थाना क्षेत्र संयोगितागंज थाने पर एक महिला बच्चे को सही सलामत छोड़ गई। जिसके बाद सफाईकर्मी ने नवजात की किलकारी सुन थाने में सूचित किया। इसके बाद जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंची तो पुलिस ने तत्काल मासूम को एमवाय अस्पताल भिजवाया।
दरअसल, एमवाय अस्पताल से रविवार को चोरी हुआ नवजात बच्चा आखिरकार 5 दिन बाद जिन परिस्थितियों में मिला है उसके बाद कई सवाल उठ रहे है। फिलहाल, बच्चे को एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया हैं। इधर, बच्चे के मिलने के बाद डीआईजी हरिनारायण चारि मिश्र ने कहा कि पुलिस की सख्ती के बाद बने दबाव के चलते आरोपी बच्चे को छोड़ गए हैं। बच्चा वही है और इसके लिये जरूरत पड़ी तो डीएनए भी कराया जा सकता है। वहीं उन्होंने कहा कि भले ही आरोपी बच्चा छोड़ गए हो लेकिन पुलिस ने उन्हें जल्द ही तलाश कर गिरफ्त में लेगी। बता दें कि आरोपियों की सूचना देने वालो को 20 हजार रुपये की राशि दी जाएगी।
इधर, बच्चा मिलने के बाद एमवाय प्रबंधन ने राहत की सांस ली और अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि प्रारम्भिक तौर पर बच्चा वही लग रहा है, लेकिन जांच के बाद आधिकारिक पुष्टि की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि पुष्टि हो जाने के बाद वो आज दीपावली मनाएंगे। इंदौर में चोरी हुआ बच्चा मिल गया है जिसकी पुष्टि होना बाकि है कि ये बच्चा वो ही है जो पंचम की फेल में रहने वाले बियानी दंपत्ति का या फिर कोई ओर ? फिलहाल, ये अभी सवाल है लेकिन सवाल ये भी आखिर कैसे शातिर महिला चोर पकड़ी नही जा सकी और वो कितनी आसानी से उसी थाना क्षेत्र के थाने पर ही बच्चा रखकर चले जाती है। इसके अलावा एमवाय अधीक्षक भले ही आज पुष्टि होने के बाद दीपावली मनाये लेकिन एमवाय के प्रसूता वार्ड में भविष्य में ऐसी घटना न हो उसके लिए वो क्या करने जा रहे हैं ? तमाम सवाल एक नवजात के चोरी होने के बाद सिस्टम पर खड़े हो रहे हैं, ऐसे में जबाव भी सिस्टम को ही तलाशना होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।
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