उज्जैन 26 दिसंबर । उज्जैन विकास योजना 2035 पर आज उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक श्री पारस जैन एवं अधिकारियों की मौजूदगी में विचार विमर्श किया गया। जनप्रतिनिधियों द्वारा उज्जैन विकास योजना का प्रारूप आगामी दो सिंहस्थ के मद्देनजर बनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। बैठक में संभागायुक्त श्री आनंद कुमार शर्मा, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अंकित अस्थाना, उज्जैन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस एस रावत, संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश श्री सी के साधव सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे। बैठक में विचार-विमर्श उपरांत निर्णय लिया गया कि बैठक में मौजूद सभी जनप्रतिनिधि अपने अपने सुझाव लिखित में सोमवार तक नगर तथा ग्राम निवेश को दे देंगे। इसके बाद सभी सुझावों को प्रस्तावित उज्जैन विकास योजना में सम्मिलित करते हुए पुनः विचार किया जाएगा!
बैठक में संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रस्तावित उज्जैन विकास योजना प्रारूप 2035 के लिए कुल प्रस्तावित क्षेत्र 8800 हेक्टेयर रखा गया है। इसमें आवासीय के लिए 3638 हेक्टेयर, वाणिज्य के लिए 302 हेक्टेयर, औद्योगिक के लिए 512 हेक्टेयर, सार्वजनिक एवं अर्ध सार्वजनिक क्षेत्र के लिए 949 हेक्टेयर, सार्वजनिक उपयोगिता एवं सुविधा के लिए 120 हेक्टेयर, आमोद प्रमोद के लिए 1060 हेक्टेयर, यातायात एवं परिवहन के लिए 1630 हेक्टेयर तथा मिश्रित उपयोग के लिए 589 हेक्टेयर क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है। उल्लेखनीय है कि 2020 में वर्तमान में विकसित क्षेत्र कुल 4481 हेक्टेयर में है। इसमें आवासीय 1945 हेक्टेयर, वाणिज्यिक 189 हेक्टेयर, औद्योगिक 320 हेक्टेयर, सार्वजनिक एवं अर्ध सार्वजनिक 739 हेक्टेयर, सार्वजनिक उपयोगिता एवं सुविधा के लिए 118 हेक्टेयर, आमोद प्रमोद के लिए 241 हेक्टेयर, यातायात एवं परिवहन के लिए 825 हेक्टेयर तथा मिश्रित उपयोग के लिए 104 हेक्टेयर क्षेत्र उपलब्ध है ।