दूर से दर्शन देंगे महाकाल: 30 दिसंबर से दो जनवरी तक नंदी हॉल और गर्भगृह के बजाय गणेश मंडपम बेरिकेड्स से दर्शन होंगे। दर्शनों का समय भी 45 मिनट बढ़ाया गया



 


उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को अभी इंतजार करना होगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रबंध समिति ने मंगलवार को मेला प्राधिकरण भवन में आयोजित बैठक में भस्मारती फिलहाल शुरू नहीं कराने का फैसला लिया है। नए साल पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए 30 दिसंबर से दो जनवरी तक नंदी हॉल और गर्भगृह के बजाय गणेश मंडपम बेरिकेड्स से दर्शन होंगे। इसके अलावा दर्शनों का समय भी 45 मिनट बढ़ाया गया है।

कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए समिति के सदस्यों ने निर्णय लिया है कि अब रात नौ बजे के बजाय रात पौने दस बजे तक महाकाल के दर्शन होंगे। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए दो स्लॉट में अब 3500 लोगों को दर्शन की अनुमति होगी। उन्होंने बताया कि एक स्लॉट दो घंटे का होता है। अब तक एक स्लॉट में 1500 श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जाता था।

बैठक में ओंकारेश्वर मंदिर के पूजन को लेकर भी फैसला हुआ। अब ओंकारेश्वर मंदिर में पूजन का अधिकार महानिर्वाणी अखाड़े को दिया गया है।

Post a Comment

Previous Post Next Post