उज्जैन 30 दिसम्बर। काफी दिनों बाद जनसुनवाई पुन: प्रारम्भ हुई। जनसुनवाई का प्रारम्भ होना उज्जैन निवासी श्रीमती नर्मदाबाई के लिये वरदान सिद्ध हुआ है। उज्जैन निवासी नर्मदाबाई चरक भवन के सामने अपनी दुकान का संचालन करती थी। अपनी पारिवारिक आवश्यकताओं के चलते उनके द्वारा क्षेत्र के कथित सूदखोर से कर्ज लेना पड़ा। कर्ज के पेटे नर्मदाबाई 5 लाख की राशि सम्बन्धित को चुकता कर चुकी थी, किन्तु फिर भी सूदखोर और धनराशि की मांग कर रहे थे। इस धनराशि के पेटे कर्ज देने वाले प्रेमनारायण द्वारा उनकी दुकान ले ली गई और परबारे दूसरे आदमी को किराये पर दे दिया गया। कर्ज की राशि चुकान के बाद भी श्रीमती नर्मदाबाई अपनी दुकान से हाथ धो बैठी। 29 दिसम्बर को जनसुनवाई में नर्मदाबाई ने अपनी समस्या कलेक्टर को सुनाई। कलेक्टर श्री आशीष सिंह के निर्देश पर कार्यवाही करते हुए एसडीएम श्री आरएम त्रिपाठी द्वारा आज 30 दिसंबर को नर्मदाबाई को उनकी दुकान का कब्जा दिलवा दिया गया है तथा सूदखोर को चेताया गया है कि यदि वह नहीं माना तो उसे जेल भेज दिया जायेगा। इस तरह पीड़ित महिला को न्याय मिल गया।