उज्जैन 31 दिसम्बर। कृषि विज्ञान केन्द्र (रा.वि.सिं.कृ.वि.वि.) उज्जैन में डॉ.आर.पी.शर्मा (वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख) के मार्गदर्शन में 16-31 दिसंबर 2020 तक स्वच्छता ही सेवा के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें स्वच्छता को जीवन का मूलमंत्र बनाये जाने की बात कही गई। संस्था के वैज्ञानिक डॉ.डी.एस.तोमर, श्री डी.के.सूर्यवंशी, डॉ.रेखा तिवारी, श्री हंसराज जाटव, डॉ.मौनी सिंह, श्रीमती गजाला खान, श्री राजेन्द्र गवली, श्री अजय गुप्ता, श्रीमती सपना सिंह एवं श्री राजेश मीणा द्वारा स्वच्छता हेतु विभिन्न कार्यक्रम संस्थागत तथा असंस्थागत आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें स्वच्छता संबंधी विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। । साफ-सुथरे वातावरण के बारे में विस्तृत जानकारी जन-जन को घर-घर जाकर दी जा रही है। जैसे की जैविक खाद बनाने की प्रायोगिक विधी, बायो-डी-कम्पोजर के माध्यम से खेत में कटाई उपरांत फसल अवशेषों को खाद में परिवर्तित करने की तकनीकी जानकारी, केंचुआ खाद बनाने की विधिवत जानकारी दी जा रही है। स्वच्छता के प्रति जागरूकता रैली भी गांव में निकाली गई। सार्वजनिक स्थान गांव के घरों के आस-पास की अनुपयोगी जमीन आदि जगहों पर भी स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। पॉलीथीन के स्थान पर कपड़े व पेपर की वस्तुओं को उपयोग में लाने की सलाह दी गई। साथ ही पॉलीथीन से पर्यावरण को प्रदूषित होने के गंभीर प्रभावों के बारे में भी समझाईश दी गई। ग्राम गोंदिया स्थित वृहद पैमाने पर कचरे से खाद बनाने वाली इकाई का भ्रमण भी किया गया।
कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद, श्री दीपक सोलंकी (प्रभारी ट्रेचिंग ग्राउंड) गोंदिया आदि की भागीदारी रही। साथ ही उज्जैन जिले के ग्राम बिछडोद, घट्टिया, कायथा, अमलावदबिका, विक्रम नगर, सिलारी, कल्याणपुरा (न्यूट्री स्मार्ट विलेज), गोंदिया एवं आष्टा जिले के कुल 418 प्रगतिशील किसान व किसान महिलाएं कार्यक्रम से लाभान्वित हुए।