उज्जैन नए साल के पहले दिन महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की आरती बिना भक्तों के हुई। भस्मारती के समय पुजारी और मंदिर के स्टाफ के अलावा कोई मौजूद नहीं था। मंदिर प्रबंध समिति की मानें, तो भस्मारती के बाद सुबह छह बजे से आठ बजे तक करीब आठ हजार लोगों ने बाबा महाकाल के दर्शन किए।
महाकालेश्वर मंदिर में साल की शुरुआत लोगों ने बाबा महाकाल के दर्शन कर की। देश के दूर दराज इलाकों से आए श्रद्धालुओं ने सुबह छह बजे से ही दर्शन करना शुरू कर दिया। मंदिर प्रशासन ने भी इसके लिए विशेष व्यवस्था की है।
कोरोना से मुक्ति के लिए बाबा को लगा छप्पन भोग
कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए बाबा महाकाल का पुजारियों ने पंचामृत से विशेष अभिषेक किया। उन्हें छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया गया। पुजारियों ने महापूजन किए। महानिर्वाणी अखाड़े के मंहत विनीत गिरि ने भस्मारती की।
शीघ्र दर्शन काउंटर पर लोगों की भीड़
बाबा महाकाल के दर्शन पाने को आतुर श्रद्धालुओं की भीड शीघ्र दर्शन काउंटर पर देखी गई। यहां से 250 रुपए की रसीद काटकर श्रद्धालुओं को वीआईपी गेट से प्रवेश दिया गया।