उज्जैन। चार दिनों पहले भेरूगढ़ थाने में बंद झिंझर कांड के विचाराधीन आरोपी आरक्षक सुदेश खोड़े की जेल में हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी, जबकि बीती रात नागझिरी थाने में पदस्थ आरक्षक ने हार्ट अटैक से घर में दम तोड़ दिया। उसके साथियों ने बताया कि आरक्षक ने रात 11 बजे तक ड्यूटी की जिसके बाद घर लौट गया था।
कमल चौहान पिता बाबूसिंह 47 वर्ष निवासी महालक्ष्मी नगर मूल रूप से गुना का रहने वाला था। कमल चौहान करीब डेढ़ वर्षों से नागझिरी थाने में आरक्षक के रूप में पदस्थ रहकर सूचना संकलन का काम देखता था। रविवार को भी कमल ड्यूटी पर सुबह 9 बजे निकला और रात 11 बजे ड्यूटी पूरी कर घर लौटा। रात में डेढ़ बजे नींद से जागकर उसने पत्नी रूपासिंह से घबराहट की शिकायत की। पत्नी ने कमल को ओआरएस दिया जिसके वह लेट गया लेकिन कुछ देर में ही उल्टी करने के साथ उसकी दुबारा हालत बिगड़ी। पत्नी ने पड़ोसियों को जगाया जिसके बाद कमल को तीन निजी अस्पतालों में लेकर गये जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।