उज्जैन 13 जनवरी। बुधवार को बृहस्पति भवन में कलेक्टर श्री आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में उज्जैन जिले में उषा किरण योजना के तहत महिलाओं से सम्बन्धित कानूनों के पर्यवेक्षण और समीक्षा हेतु गठित जिला स्तरीय स्टीयरिंग समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बताया गया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा हाल ही में महिलाओं के लिये सम्मान योजना प्रारम्भ की गई है। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि महिला सुरक्षा सम्मान योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सेफ सिटी कार्यक्रम के तहत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायें। सभी सम्बन्धित विभाग इस पर विशेष फोकस करें।
गौरतलब है कि प्रदेश के सभी जिलों में सम्मान योजना के तहत जागरूकता अभियान गत 11 जनवरी से प्रारम्भ हुआ है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। यह अभियान आगामी 26 जनवरी तक आयोजित किया जायेगा। इस अभियान का लक्ष्य सुरक्षित शहर और सुरक्षित सार्वजनिक स्थलों का विकास करना है, ताकि हर उम्र, समुदाय और तबके की बालिकाएं एवं महिलाएं सभी प्रकार की हिंसा से मुक्त होकर स्थलों का उपयोग कर सकें। शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशिक्षण और रोजगार जैसी बुनियादी सेवाओं तक उनकी पहुंच सुनिश्चित हो और वे सशक्त और स्वावलम्बी जीवन यापन कर सकें।
पुलिस अधीक्षक श्री शुक्ल ने कहा कि इस अभियान के अन्तर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाये। उन्होंने बताया कि अभियान के अन्तर्गत पुलिस विभाग द्वारा साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा। साथ ही महिला थानों में दर्ज शिकायतों और प्रकरणों का भी शीघ्र-अतिशीघ्र निराकरण किया जायेगा। महिला अपराध से सम्बन्धित प्रकरण जो पुलिस थानों में दर्ज हैं, उनका पंजीयन वनस्टाप सेन्टर पर किया जायेगा। इसके लिये पुलिस एवं महिला बाल विकास विभाग आपस में समन्वय करें।
बैठक में सेफ सिटी कार्यक्रम के क्रियान्वयन की कार्य योजना पर चर्चा के दौरान बताया गया कि शहर और उसके सार्वजनिक स्थलों को महिलाओं, बालिकाओं और बच्चों के लिये सुरक्षित बनाने की दृष्टि से सेफ सिटी कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों के समन्वय से सामूहिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
कलेक्टर ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा हेतु सामूहिक शपथ कार्यक्रम स्कूल तथा कॉलेजों में आयोजित किये जायें। पुलिस, शिक्षा और महिला बाल विकास विभाग इसमें आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। कलेक्टर ने शौर्या दल के बारे में महिला एवं बाल विकास विभाग से जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि शौर्या दल का पुनर्गठन किया जा चुका है। इनकी ट्रेनिंग कराई जाना है।
सेफ सिटी कार्यक्रम के अन्तर्गत शहर के सार्वजनिक स्थानों पर नुक्कड़ नाटक और संवाद कार्यक्रम आयोजित किये जायें। कलेक्टर ने कहा कि जागरूकता कार्यक्रमों में एनजीओ को भी शामिल किया जाये। विद्यालयों में 10वी और 12वी कक्षा में भी शौर्या दल का गठन किया जाये। विद्यालयों और महाविद्यालयों में जाकर छात्र-छात्राओं को सेफ सिटी कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जाये।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि स्कूल शिक्षा, महिला एवं बाल विकास तथा एनजीओ के द्वारा मास्टर ट्रेनर्स बनाये जायें, जो विद्यालयों में पहुंचकर छात्र-छात्राओं से संवाद करें। उनके साथ यदि कोई अप्रिय घटना हुई हो तो उसकी जानकारी लें। बैठक में जानकारी दी गई कि महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों की रोकथाम के लिये 'वी केयर फॉर यू' अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इसमें जिले में यदि कोई नवाचार हो रहा हो तो उसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। महिला सुरक्षा अभियान से सम्बन्धित स्टिकर्स और पोस्टर्स विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, शासकीय कार्यालयों, विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में लगाये जायें।
महिला सुरक्षा पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता एवं अन्य प्रतियोगिताएं विद्यालय और महाविद्यालयों में आयोजित की जायें। इस दौरान कोविड-19 की रोकथाम हेतु जारी गाईड लाइन का भी ध्यान रखा जाये।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ऐसे क्षेत्र जहां महिला अपराध एवं छेड़छाड़ सम्बन्धी प्रकरण अधिक हुए हैं, ऐसे हॉटस्पॉट के बारे में बताया गया। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हॉटस्पॉट पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाने पर विशेष फोकस किया जाये। इसके अलावा आगामी 21 जनवरी तक जागरूकता कार्यक्रम आयोजन की रूपरेखा की जानकारी दी गई।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री गौतम अधिकारी, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री साबिर अहमद सिद्धिकी, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री दिलीपसिंह मुझाल्दे, सिटी एएसपी श्री आकाश भूरिया, डीएसपी महिला अपराध सुश्री सोनू परमार, नोडल अधिकारी शिक्षा विभाग डॉ.महेश शर्मा, जिला अभियोजन अधिकारी श्री आरके नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री रमा नाहटे, समस्त सीडीपीओ, जिला संरक्षण अधिकारी आदि उपस्थित थे।