उज्जैन 20 जनवरी। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने बुधवार को शासकीय माधव विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभाकक्ष में आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लिया और महाविद्यालय की सामान्य जनभागीदारी परिषद की बैठक ली। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने की। गौरतलब है कि आने वाले दिनों में महाविद्यालयों का नेक मूल्यांकन किया जाना है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.अर्पण भारद्वाज ने जानकारी दी कि नेक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) द्वारा समय-समय पर महाविद्यालयों का मूल्यांकन किया जाता है। मूल्यांकन के पश्चात परिषद द्वारा महाविद्यालयों को गुणवत्ता एवं सुविधाओं के आधार पर ग्रेड दी जाती है। यह मूल्यांकन पांच साल के लिये वैध होता है।
इस बार नेक द्वारा प्रदेश के 51 महाविद्यालयों का मूल्यांकन किया जायेगा, जिसमें उज्जैन का शासकीय माधव विज्ञान कॉलेज भी शामिल है। इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग द्वारा महाविद्यालयों को एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टिट्यूशन रेकिंग फ्रेमवर्क) के लिये भी तैयार किया जा रहा है। मंत्री डॉ.यादव ने बैठक में कहा कि महाविद्यालय को ए प्लस ग्रेड में लाने के प्रयास किये जायें। महाविद्यालय के विकास के लिये जो भी निर्माण कार्य किये जाने हैं, उनके लिये विशेषज्ञों की राय ली जाये। महाविद्यालय में विद्यार्थियों की स्ट्रेंथ यदि अधिक है तो अतिथि विद्वानों की नियुक्ति करवाई जाये।
इसके अलावा महाविद्यालय में अगले सत्र से नये कोर्सेस जैसे रेशम पालन, मधुमक्खी पालन और अन्य स्वरोजगारोन्मुखी कोर्सेस प्रारम्भ किये जायें। समिति द्वारा महाविद्यालय के विकास के लिये पुस्तकें क्रय हेतु, एनर्जी स्वराज संस्थान की कार्यशाला हेतु, रेमेडियल कक्षाओं हेतु, विज्ञान आधारित परियोजनाओं हेतु, विज्ञान म्युजियम, सौर परिवार आधारित आकाशगंगा, वेलनेस कैम्पस, स्टुडियो, बास्केट बाल कोर्ट आदि बनाये जाने के लिये प्रस्ताव मंत्री एवं कलेक्टर के समक्ष रखे गये। इन सभी प्रस्तावों पर मंत्री डॉ.यादव द्वारा स्वीकृति प्रदाय की गई। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महाविद्यालय के विकास के लिये शासन द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदाय किया जायेगा। निर्माण कार्य उत्तम गुणवत्ता के हों। बैठक में कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा महाविद्यालय में कम्प्यूटर क्रय हेतु 20 लाख रुपये की अतिरिक्त स्वीकृति भी दी गई। बैठक में महाविद्यालय के डॉ.शहला इशाक, डॉ.अर्पित तिवारी, डॉ.एचएस द्विवेदी, डॉ.पिंकी द्विवेदी, डॉ.ब्रजेश पारे, डॉ.इन्द्रेश और समस्त स्टाफ मौजूद था।