हनुमान अष्टमी: हनुमान मंदिरों में सुबह से ही हुई विशेष पूजन-आरती और छप्पन भोग का लगाया गया प्रसाद




पौष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हनुमान अष्टमी के रूप में मनाए जाने की परंपरा है। आज के दिन को हनुमान जी के विजय पर्व के रूप में मनाया जाता है। उज्जैन के विभिन्न हनुमान मंदिरों में आज भगवान हनुमान को श्रृंगारित कर छप्पन भोग का प्रसाद लगाया जाएगा।

ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में भी बुधवार को हुई भस्मारती में बाबा महाकाल का हनुमान स्वरूप में श्रृंगार किया गया। पंडा समिति के अध्यक्ष महेश पुजारी ने बताया कि उज्जैयिनी से भगवान हनुमान का विशेष इतिहास जुड़ा है। जब अयोध्या में यज्ञ हुआ तो उज्जैयिनी के कोटि तीर्थ का जल लेकर भगवान हनुमान जी गए। देश भर के मंदिरों में हनुमान जी हाथ में पर्वत उठाए हैं लेकिन उज्जैन में ही अकेला ऐसा मंदिर है जहां हनुमान जी हाथ में कलश लिए हैं।

उन्होंने बताया कि हनुमान जी का जो स्वरूप है वह शंकर है। शंकर सुवन केसरी नंदन तेज प्रताप महा जगबंदन। हनुमान भगवान शंकर के अंश हैं। अवंतिका से ही सभी त्योहारों का उत्सव मनाया जाता है। हनुमान अष्टमी भी विजय पर्व के रूप में मनाई जाती है। इसीलिए आज भस्मारती में भगवान महाकालेश्वर को हनुमान स्वरूप में ही श्रृंगारित किया गया है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्रेताकाल में जब लंका में युद्ध हुआ तो अहिरावण भगवान राम और लक्ष्मण को पाताल ले जाकर उनकी बलि देना चाहता था। तब हनुमान जी ने अहिरावण का वध कर भगवान राम और लक्ष्मण को मुक्त कराया था। उसके बाद पृथ्वी के नाभि स्थल अवंतिका यानि आज के उज्जैन में विश्राम किया। भगवान राम ने प्रसन्न होकर हनुमान जी को आशीर्वाद दिया कि जो भी कृष्ण पक्ष की अष्टमी को पूजन करेगा उसके कष्ट दूर होंगे। मान्यता के अनुसार तब से ही हनुमान अष्टमी को विजय पर्व के रूप में मनाया जाता है। पुराणों में इस बात का प्रसंग है कि लंका विजय के बाद भगवान राम जब अयोध्या आए तो उन्होंने कहा कि यह विजय हनुमान की विजय है।

उज्जैन में हनुमान मंदिरों में विशेष पूजन और भोग

उज्जैन के विभिन्न हनुमान मंदिरों में आज विशेष पूजन व आरती होगी। भगवान हनुमान को छप्पन भोग का प्रसाद लगाया जाएगा। पानदरीबा के श्री चैतन्य हनुमान मंदिर में महाआरती हुई। महाकाल मंदिर स्थित बाल हनुमान मंदिर में दोपहर में रामायण जी की पूर्णाहुति और शाम सात बजे मुख्य आरती होगी। श्रीअखंड ज्योति हनुमान मंदिर में सुबह 10 बजे सुंदर कांड पाठ होगा। 12 बजे आरती व प्रसाद वितरण होगा। शाम साढ़े सात बजे भव्य श्रृंगार होगा। बाबा गुमानदेव हनुमान मंदिर में भगवान हनुमान जी को आज पंढरीनाथ विट्‌ठल भगवान के स्वरूप में श्रृंगारित किया गया है। भक्तगण सुबह से ही दर्शन कर रहे हैं। महेश विहार स्थित महामृत्युंजय महाकाल धाम में इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर में छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ेगा। शाम सात बजे आरती होगी। भैरवगढ़ जेल तिराहा स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर में 11 क्विंटल चूरमा का भोग लगेगा। हरिसिद्धि मंदिर के पीछे श्री विराट हनुमान मंदिर में विशेष अभिषेक पूजन के बाद महाआरती व सुंदरकांड का पाठ होगा। उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर में दिन भर भंडारे का आयोजन किया गया है।

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