किसान बगैर उद्यानिकी फसलों के आत्मनिर्भर नहीं हो सकता, प्रदेश के मुखिया की मंशा है की किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये उनकी फसलों की आय दोगुनी हो, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण तथा नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री श्री कुशवाह ने एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया



 


उज्जैन 30 जनवरी। किसान बगैर उद्यानिकी फसलों के आत्मनिर्भर नहीं हो सकता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये रबी एवं खरीफ की फसलों के अलावा उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने से ही उनकी आय में वृद्धि होगी। उद्यानिकी विभाग द्वारा नित-नये प्रयोग किये जायेंगे और महिदपुर क्षेत्र को मॉडल के रूप में प्रदेश सरकार ने चयन किया गया है। मॉडल को सफल बनाने में किसानों का साथ होना बहुत आवश्यक है। किसानी के क्षेत्र में नित-नये नवाचार करेंगे, उतना ही किसानों को अधिक लाभ मिलेगा।

इस आशय के विचार उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण तथा नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने आज महिदपुर के समीप ग्राम कढ़ाई के चिन्तामन गणेश मन्दिर परिसर में आयोजित कृषक प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि किसानों को खेती का लाभ का धंधा बनाये जाने के उद्देश्य से आने वाले समय में विभाग के अधिकारी-कर्मचारी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर योजना को क्रियान्वयन करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। किसान किसान की पीड़ा को समझ सकता है, इसलिये अधिकांश जनप्रतिनिधि किसान के बेटे हैं, इसलिये किसान की पीड़ा को समझ कर राज्य सरकार किसानों के हित में नित-नये कार्यक्रम, योजनाएं लागू कर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है। क्षेत्रीय सांसद श्री अनिल फिरोजिया की मांग पर मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि अब किसानों को बीज की राशि सीधे उनके खातों में डीबीटी की जायेगी। किसानों को कोई परेशानी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पहली बार कच्चे उत्पादनों की प्रोसेसिंग की जायेगी। फूड प्रोसेसिंग की बहुत आवश्यकता है। इसके लिये मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एक जिला एक उत्पाद खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापना/उन्नयन, एफपीओ-ब्राण्डिंग-मार्केटिंग-बीजोत्पादन-विक्रय, आत्मनिर्भर, जैविक सब्जी उत्पादन-विक्रय-डोर टू डोर, एक जिला एक उत्पाद के तहत उज्जैन जिले के महिदपुर विकास खण्ड का चयन किया है। आने वाले समय में किसानों को कृषि के क्षेत्र में फायदा होगा। मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि विभाग में संचालित समस्त प्रमुख योजनाओं एवं नवाचार को इस आदर्श विकास खण्ड में प्राथमिकता से लागू किया जायेगा। लक्ष्य बजट प्रावधान अनुसार उज्जैन जिले के चयनित महिदपुर विकासखण्ड को दिये जायेंगे, ताकि किसान परिवारों को शत-प्रतिशत रोजगार की गारंटी होगी।

उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना में 35 प्रतिशत क्रेडिट, लिंक्ड कैपिटल अनुदान का प्रावधान रखा गया है। प्रति उद्यमी को अधिकतम 10 लाख रुपये योजना में खर्च होगा। प्रदेश में जहां-जहां फूड प्रोसेसिंग निष्क्रिय है, उनका उन्नयन भी किया जायेगा। प्रदेश में लगभग 67 हजार से अधिक इकाईयां निर्मित की जायेंगी। आने वाले समय में स्वयं किसान दूसरों को रोजगार देंगे, ऐसा प्रयास राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। सरकार किसानों की समृद्धि के लिये काम कर रही है और किसानों की इच्छा अनुसार कार्य योजना तैयार की जायेगी। श्री कुशवाह ने कहा कि किसान आत्मनिर्भर बनेगा तो प्रदेश आत्मनिर्भर होगा और प्रदेश आत्मनिर्भर होगा तो देश आत्मनिर्भर बनेगा।

उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का सपना है कि किसानों की आय दोगुनी हो। कृषि को कैसे फायदे का धंधा बनायें, इस हेतु राज्य सरकार निरन्तर कार्य कर रही है। किसान समृद्ध तो प्रदेश समृद्ध होगा। किसानों की खेती कैसे लाभ का धंधा बने, इसमें निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। श्री फिरोजिया ने कहा कि उद्यानिकी के क्षेत्र में अभी हम थोड़ा पीछे हैं। सरकार उद्यानिकी के क्षेत्र में काफी बढ़ावा दे रही है और इसी का नतीजा है कि आज उद्यानिकी में और आगे कार्य किया जाये। इस हेतु एक दिवसीय किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि तराना एवं शाजापुर जिले में सन्तरा का काफी उत्पादन होता है और महाराष्ट्र के नागपुर में यहां के सन्तरा का नाम चलता है। उन्होंने उद्यानिकी मंत्री से मांग की कि फूड प्रोसेसिंग का प्लांट उज्जैन जिले में हो और नर्मदा घाटी विकास विभाग में ऐसी योजना बनाई जाये, ताकि नर्मदा का पानी हमारे क्षेत्र में आये, ताकि खेत-खेत में नर्मदा के पानी से सिंचित हो। यह प्रयास भी किया जाये। श्री फिरोजिया ने कहा कि छोटे-छोटे किसानों को चाहे वे किसी भी वर्ग के हों, उन्हें सीधे बीज का पैसा उनके खातों में डीबीटी हो।

क्षेत्रीय विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने इस अवसर पर किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रबी एवं खरीफ की फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी को बढ़ावा दिया जा रहा है। लघु एवं सीमान्त कृषकों को उन्नतशील बनाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने महिदपुर विकास खण्ड को 20 जिलों में उज्जैन जिले का चयन किया है, यह बड़े हर्ष की बात है। श्री चौहान ने कहा कि योजनाओं को धरातल पर लाने का प्रयास किया जायेगा और इसमें विभाग के साथ-साथ हम सब मिलकर सक्रियता दिखाकर महिदपुर विकास खण्ड को मॉडल के रूप में लाकर योजनाओं का सफल क्रियान्वयन करेंगे। उन्होंने उद्यानिकी मंत्री से मांग की कि उनके महिदपुर विकास खण्ड में सिंचाई का रकबा पानी की कमी से कम होता जा रहा है, इसलिये नर्मदा घाटी विकास योजना बनाकर नर्मदा का पानी महिदपुर विकास खण्ड क्षेत्र में लायें, ऐसी योजना स्वीकृत कराई जाये। श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला ने भी इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार उद्यानिकी की फसलों को बढ़ावा दे रही है। उज्जैन जिले में अधिक प्याज होता है। इसके साथ-साथ आलू भी पैदा होते हैं और इनके भण्डारण भी बने हुए हैं। किसान समृद्ध होगा तो प्रदेश समृद्ध होगा।

15 किसानों को 26 लाख से अधिक की राशि के चेक वितरित किये

उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण तथा नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह आदि अतिथियों ने अनुसूचित जाति, जनजाति के किसानों को 50 मैट्रिक टन भण्डार क्षमता के प्याज भण्डार गृह बनाने के लिये अनुदान पर 15 किसानों को एक लाख 75 हजार रुपये के मान से 26 लाख 25 हजार रुपये की राशि के प्रतीकात्मक रूप में चेक वितरित किये। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री सुभाष श्रीवास्तव ने इस सम्बन्ध में बताया कि अभी तक जिले में पांच फार्मर प्रोड्यूसर संघ बनाये जा चुके हैं। इन पांचों एफपीओ को कंपनी एक्ट में पंजीयन किया जा चुका है और अलग-अलग ब्राण्ड नाम भी इन्हें मिल चुके हैं। इन एफपीओ को दवाई, खाद, बीज के लायसेंस दिये जायेंगे। यह स्वयं का बीज तैयार कर स्वयं के ब्राण्ड से किसानों को बिक्री कर सकेंगे। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत में एक जिला एक उत्पाद के तहत प्याज फसल का चयन किया गया है। जिले में एफपीओ द्वारा इस वर्ष प्याज का ब्रीडर बीज NHRDF इन्दौर से प्राप्त कर बीज प्रमाणन संस्था भोपाल में प्रमाणीकरण हेतु पंजीयन कर प्याज, मटर, गेहूं का बीजोत्पादन कार्यक्रम लिया गया है, जो स्वयं बीज का सोर्टिंग, ग्रेडिंग कर स्वयं के ब्राण्ड का पैकिंग कर विक्रय करेगा।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। अतिथियों का स्वागत उद्यानिकी विभाग के संयुक्त संचालक श्री आशीष खरे, सहायक संचालक श्री सुभाष श्रीवास्तव, श्री केएल धारीवाल आदि ने पुष्पहारों से स्वागत कर साफा बांधकर सम्मानित किया। इसके पूर्व उज्जैन आगमन पर उद्यानिकी मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह का सांसद श्री अनिल फिरोजिया, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, श्री महेन्द्रसिंह गोदिया, श्री कपिल कटारिया, श्री अनिल शर्मा, श्री सचिन सक्सेना, श्री धनंजय शर्मा एवं विभागीय अधिकारियों ने पुष्प मालाओं से सर्किट हाऊस पर स्वागत किया।

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