मध्यप्रदेश के इंदौर में बुजुर्गों नगर निगम द्वारा की गई अमानवीय कार्रवाई के मामले में अब सियासत तेज हो गई है। जहां बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को राजनीति न करने की सलाह दी थी वही दूसरी ओर निकाय चुनाव के पहले कांग्रेस इस मुद्दे पर प्रशासन और भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश में जुटी हुई है।
सोमवार को इंदौर में पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी ने कई सवाल प्रदेश की शिवराज सरकार पर उठाए। विधायक जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर दोहरे रवैये पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां एक ओर कचरे के मामले पर ग्वालियर निगम आयुक्त पर निलंबन की कार्रवाई की जाती है वही गृहमंत्री के बुलावे पर तहसीलदार के न आने पर निलंबन कार्रवाई हुई है और मंत्री गोपाल भार्गव को रिसीव नही करने पर दो अधिकारियों पर निलंबन की गाज गिर सकती है तो फिर इंदौर में बुजुर्गों के क्षिप्रा विसर्जन मामले में सरकार क्यों नही निगमायुक्त और जिला कलेक्टर को निलंबित करती है।