गेहूं भण्डारण हेतु अस्थाई कैप बनाये जायें



 


विशाल जैन उज्जैन - उज्जैन संभागायुक्त श्री संदीप यादव ने मंगलवार को रबी उपार्जन की संभागीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में खाद्य विभाग, मार्कफेड, नान, वेयर हाऊस, मंडी, सहकारिता, नापतौल एवं कृषि विभाग की समीक्षा की। संभागायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि गेहूं की बम्पर आवक की स्थिति में गेहूं भण्डारण हेतु अस्थाई कैप आवश्यकता अनुसार बनाये जायें। भण्डारण के पश्चात परिवहन की भी सुचारू व्यवस्था हो। गेहूं खरीदी हेतु पंजीयन का कार्य गत 25 जनवरी से प्रारम्भ हो चुका है। संभाग में मुख्यत: गेहूं की फसल होती है। शाजापुर में मसूर एवं कुछ जिलों में थोड़ी मात्रा में सरसों की पैदावार भी होती है। संभागायुक्त ने गेहूं उठाव की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सभी जिलों में उठाव लगातार होना चाहिये। उन्होंने यूरिया की स्थिति की जानकारी भी ली। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि उज्जैन संभाग में गेहूं के बम्पर उत्पादन की संभावना है। उसे देखते हुए 15 हजार एवं 10 हजार मैट्रिक टन के कैप बनाये जायेंगे। बताया गया कि अभी भी रिक्त गोदामों में 16 हजार मैट्रिक टन का भण्डारण किया जा सकता है। संभागायुक्त ने कहा कि वर्तमान में खाली उप मंडियों में जो शेड बने हुए हैं, वहां भी अस्थाई कैप बना सकते हैं। इसके लिये उन्होंने कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये हैं। सम्बन्धित अधिकारियों ने बताया कि खाचरौद एवं नागदा के बैरखेड़ी में कैप बनाने के लिये जमीन चिन्हित की गई है। यदि आवश्यकता पड़ी तो 30 हजार मैट्रिक टन तक का कैप बनाया जा सकता है। बताया गया कि मंदसौर जिले में दो लाख 47 हजार मैट्रिक टन के गेहूं की भण्डारण क्षमता है। संभागायुक्त ने गेहूं उपार्जन से सम्बन्धित सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिये और कहा कि तैयारियों अभी से सुनिश्चित की जायें, ताकि गेहूं उपार्जन के दौरान कोई दिक्कत न आ पाये।

बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।

Post a Comment

Previous Post Next Post