नामांतरण, बंटवारे के बाद ऑनलाइन रिकार्ड में संशोधन किया जाये, गांव-गांव जाकर बंटवारा अभियान चलाने के निर्देश, कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों के कामकाज की समीक्षा की



उज्जैन 10 फरवरी। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि नामांतरण, बंटवारा करने के बाद रिकार्ड में उसका समय-सीमा में अमल अनिवार्यत: किया जाये। अमल की ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जा रही है, अत: पटवारी हलकावार डाटा एक सप्ताह में ऑनलाइन किये जायें। उन्होंने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को गांव-गांव जाकर बंटवारा अभियान चलाने के निर्देश देते हुए कहा है कि उनके इस कार्य से कई लोगों को प्रधानमंत्री किसान सहित कई योजनाओं का लाभ मिलने लगेगा। कलेक्टर ने इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा है। कलेक्टर ने आज राजस्व अअधिकारियों की बैठक लेकर उनके कामकाज की समीक्षा की। बैठक में एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद, जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर द्वारा निम्नानुसार निर्देश दिये गये :-


• कलेक्टर ने एडीएम को इसी माह सभी राजस्व न्यायालयों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को कहा है कि वे नियमित रूप से कोर्ट में बैठें एवं तारीख पर तारीख न लगाते हुए प्रकरणों का त्वरित निराकरण करें।


• डायवर्शन एवं अन्य राजस्व वसूली के सम्बन्ध में कलेक्टर ने हिदायत दी है कि प्रत्येक तहसीलदार प्रमुख पांच बड़े बकायादारों की सूची तैयार करें तथा इनसे वसूली करने का हरसंभव प्रयास करें। कुर्की आदि की कार्यवाही यदि की जाती है तो इसका मीडिया में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे अन्य बकायादार स्वयमेव बकाया राशि का भुगतान करने के लिये प्रेरित हों।


• कलेक्टर ने पंचायत क्षेत्रों में विकसित की जा रही कॉलोनियों के सम्बन्ध में निर्देश दिये हैं कि सभी एसडीएम पूर्णता प्रमाण-पत्र तभी जारी करें, जब सम्बन्धित कॉलोनाईजर द्वारा डायवर्शन शुल्क का शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया जाये।


• कलेक्टर ने विभिन्न तहसीलदारों द्वारा सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों में बरती जा रही उदासीनता पर नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिये हैं कि वे अपनी-अपनी लम्बित शिकायतों का 70 प्रतिशत संतुष्टि के साथ निराकरण करवायें। साथ ही 300 दिवस से अधिक लम्बित रहने वाली शिकायतों की सभी अधिकारी समीक्षा करें एवं आवश्यक होने पर फोर्सक्लोज करवाने के लिये पत्र भेजें।


• कलेक्टर ने खाचरौद तहसील में लम्बित दो पटवारियों के पेंशन प्रकरण का निराकरण करवाने के निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यालय केवल पत्र भेज देने से काम नहीं चलेगा, अधिकारी स्वयं पहल करके पेंशनर के मामले को सुलझायें।


• बैठक में गेहूं उपार्जन कार्य के सम्बन्ध में भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि वे गत वर्षों के अनुभव के आधार पर यदि आवश्यक हो तो खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाने के प्रस्ताव जिला कार्यालय को भेजें। बैठक में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी श्री धर्मेन्द्र यादव द्वारा किसान पंजीयन का सत्यापन करने की प्रक्रिया के सम्बन्ध में पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई।


• कलेक्टर ने अवैध रेत खनन के मामलों में प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिले में एक भी डम्पर बिना रायल्टी के नहीं जाना चाहिये। उन्होंने साथ ही मिलावट के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही करने के लिये तहसीलदारों को निर्देशित किया है। साथ ही कहा है कि इस तरह की कार्यवाही पुख्ता गोपनीय सूचना के आधार पर की जाये, अनावश्यक व्यापारियों को परेशान करने के लिये नहीं।


• बैठक में स्थानीय निर्वाचन के सम्बन्ध में उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वीरेन्द्रसिंह दांगी द्वारा मतदाता सूचियों के प्रकाशन एवं मतदाता सूची में नाम जोड़ने एवं हटाये जाने की प्रक्रिया के सम्बन्ध में जानकारी दी गई।

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